Tulsi ka poudha: तुलसी का पौधा कियू हैं खास, घर में कियू लगते हैं इसे, क्या-क्या हैं फायदे, इस खबर को पढ़ने के बाद जान जायेगे आप

Tulsi ka Poudha : तुलसी का पौधा भारत के लगभग हर घर मे दिखाई देगा। क्या आप जानते हैं तुलसी का यह पौधा धार्मिक दृष्टि से जितना विशेष हैं उतना ही यह पौधा सेहत और रोजमर्रा के जीवन मे भी काफी महत्व रखता है। वैसे तुलसी का पौधा औषधीय गुणों से भरपूर होने के कारण न सिर्फ आयुर्वेद में इस पौधे का विशेष स्थान है, बल्कि यह आदिकाल से ही हिन्दू धर्म में एक महत्वपूर्ण पूजनीय स्थान भी रखता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार तुलसी भगवान कृष्ण को बेहद प्रिय है। तुलसी में माता लक्ष्मी का वास माना जाता हैं।धार्मिक मान्यताओं के अनुसार तुलसी1 पर जल चढ़ाने का विधान है। कम ही लोग जानते हैं कि बुधवार और रविवार तुलसी पर जल नही चढ़ाया जाता है। तुलसी पर जल अर्पित करना बेहद शुभ माना गया है। ऐसा करने से घर में सुख समृद्धि और सकारात्मक ऊर्जा का संचार बढ़ता है.। तुलसी दो प्रकार की होती है। एक रामा तुलसी और एक श्यामा तुलसी। रामा तुलसी का रंग उज्जवल और हरा होता है. यदि इसके स्वाद की बात की जाए तो खाने पर यह मीठी प्रतीत होती है। इसे सामान्यतः श्री तुलसी, भाग्यशाली तुलसी और उज्जवल तुलसी के नाम से भी जाना जाता है। वही श्यामा तुलसी का रंग गहरा बैंगनी होता है। स्वाद की बात की जाए तो ये रामा तुलसी जितनी मीठी नही होती। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार ये तुलसी भगवान कृष्ण को बेहद प्रिय है।

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हवा को शुद्ध और तनाव से राहत देता है तुलसी का पौधा : तुलसी का पौधा प्रदूषित हवा को शुद्ध करने में और इसे नेचुरली प्यूरीफाई करने में बड़ी भूमिका निभाता है। छह पौधा ऑक्सीजन देने वाले प्लांट्स में से है जो कार्बन डाइऑक्साइड, मोनोऑक्साइड और सल्फर डाइऑक्साइड जैसी हानिकारक गैसों को अवशोषित करने में भी ये बेहद कारगर होता है। तुलसी के पत्तों का इस्तेमाल अगर आप दिन की शुरुआत से पहले या फिर दिनभर थकान के बाद काढ़े के रूप करते हैं, तो इससे थकान दूर करने में मदद मिलती है और बॉडी काफी रिलैक्स हो जाती है। तुलसी का पौधा मानसिक स्वास्थ्य के लिए काफी बढ़िया साबित हो सकता है।

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बीमारियों से बचाता है तुलसी का पौधा, कीड़े-मकोड़ों को करता है दूर : कई औषधीय गुणों से भरपूर तुलसी का पौधा घर में रखने और इसका इस्तेमाल करने से कई मौसमी बीमारियों के खतरे को कम कर सकते हैं। गले, त्वचा या शरीर के अन्य हिस्सों में होने वाले इन्फेक्शन से भी राहत पहुंचाने का काम करता है। यह पौधा घर में होने वाले कीड़े-मकोड़ों को दूर करने में भी काफी असरदार है। इसकी पत्तियों को पानी के साथ पीसकर घर के कोने-कोने में स्प्रे कर सकते हैं। इससे मच्छर-मक्खी की समस्या भी नहीं रहती है। तुलसी की पत्तियों को कपूर के साथ पीसकर इसमें नीम का तेल मिलाकर स्प्रे तैयार कर सकते हैं। जिससे कीड़ो से राहत मिल सकती हैं।

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मन में उठ रहा होंगा यह सवाल, कौन सा तुलसी का पौधा लगाए: आपके मन में भी ये सवाल उठता है कि तुलसी के पौधे में क्या खास है? कौन1 सा तुलसी का पौधा लगाए। तो बता दे कि घर में लगाने के लिए सर्वोत्तम रामा तुलसी होती है। ये घर में सुख समृद्धि और सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करती है। कई लोग तुलसी की पूजा नियम से करते हैं, और रोज शाम को तुलसी पर दीपक लगाते हैं। रामा तुलसी का पूजा पाठ में भी विशेष स्थान बताया गया है। घर में आप श्यामा तुलसी को भी लगा सकते हैं, लेकिन इसका उपयोग पूजा पाठ से ज्यादा औषधि के लिए किया जाता है।

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तुलसी को जल अर्पित करते समय इन बातों का रखे ख्याल : 1. तुलसी मां को जल देने से भगवान विष्णु की कृपा होती है। तुलसी के पौधे के पौधे में जल चढ़ाते समय से पहले किसी भी तरह का अन्‍न ना ग्रहण करें। जल अर्पित करने के बाद ही कुछ खाना चाहिए।

2. तुलसी के पौधे में जल चढ़ाने का सही समय सूर्योदय से लेकर उसके 2-3 घंटे बाद तक का होता है। इस समय अवधि में ही तुलसी को जल चढ़ाना सर्वोत्तम माना जाता है।

3. कभी भी रविवार और एकादशी के दिन तुलसी को जल नहीं चढ़ाना चाहिए और ना ही इस दिन तुलसी के पत्तों को तोड़ना या छूना चाहिए। माना जाता है कि रविवार और एकादशी के दिन दिन तुलसी मां का उपवास रहता है और इन दिनों में उन्हें जल चढ़ाने से उनका व्रत खंडित हो जाता है।

4. तुलसी के पौधे में माता लक्ष्मी का वास माना जाता है, इसलिए जब भी तुलसी की पत्तियां तोड़ें तो हमेशा हाथ जोड़कर उनसे अनुमति ले लें।

5. तुलसी के पौधे की पत्ती कभी भी चाकू, कैंची या नाखून से ना तोड़ें।ऐसा करना अशुभ माना जाता है.

6. कभी भी तुलसी को बिना नहाए या अ‍पवित्र स्थिति में नहीं छूना चाहिए। इससे पूजा का फल नहीं मिलता है। मान्यताओं के अनुसार महिलाओं को तुलसी पूजन करते समय महिलाओं को अपने बालों को खुला नहीं रखना चाहिए।

7. तुलसी में जल अर्पित करते समय तुलसी मंत्र- महाप्रसाद जननी, सर्व सौभाग्यवर्धिनी। आधि व्याधि हरा नित्यं, तुलसी त्वं नमोस्तुते।।। का जप करे।

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