Betul News : ग्रीष्मकालीन फसल का बढ़ा रकबा

Betul news: area of ​​summer crop increased

Betul News : गेहु की कटाई के बाद अब किसान ग्रीष्मकालीन फसलों की बोवनी की तैयारी में लगे हुए है। गर्मी के दिनों में जिले में मूंग, उडद और मूंगफल्ली की फसल की बोवनी सबसे ज्यादा होती है.  जिन किसानों के पास में पानी की अच्छी व्यवस्था है, वे अब ग्रीष्मकालीन फसल की बोवनी करेंगे. प्राप्त जानकारी के मुताबिक कृषि विभाग ने इस बार ग्रीष्मकालीन फसल के लिए  5 हजार हेक्टेयर रकबे का लक्ष्य रखा हुआ है. इस वर्ष भी रकबे में लगभग एक हजार हेक्टेयर की बढ़ोत्तरी हुई है. तीन वर्ष की बात की जाए तो 3 हजार हेक्टेयर रकबे में बढ़ोत्तरी हुई है. पहले किसान पानी की कमी के कारण ग्रीष्मकालीन फसल कम बोते थे, लेकिन पर्याप्त पानी पानी की व्यवस्था के कारण किसान ग्रीष्मकालीन फसलों को अधिक बोने लगे है. बताया जा रहा है कि किसानों को ग्रीष्मकालीन फसल में फायदा भी होता है. उपज को भी अच्छे दाम मिल जाते है.

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बारिश में इस बार औसत बारिश पूरी हो गई. डेम सहित कई जलस्त्रोतों में अभी पर्याप्त पानी है. जहां भी पर्याप्त पानी मौजूद है, वे किसान अब ग्रीष्मकालीन फसल की बोवनी करेंगे. किसान खेतों को तैयार करने में लग गए है. खेत बनकर तैयार होने के बाद पलैवा कर बोवनी का कार्य प्रारंभ कर देंगे. बारिश के पहले ग्रीष्मकालीन फसलें पककर तैयार हो जाएगी. वे किसान ग्रीष्मकालीन फसल की अधिक बोवनी करेंगे, जहां पानी के जलस्त्रोत अच्छे है. कई किसानों को ग्रीष्मकालीन फसल के लिए जलाशय के लिए पानी मिल जाता है.

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कृषि विभाग के अधिकारियों के मुताबिक ग्रीष्मकालीन फसल में मूंग के अलावा अब किसान उडद, मूंगफल्ली यहां तक की मक्के की भी बोवनी करने लगे है. इस बार उड़द, मक्का और मूंगफल्ली के लिए 2 हजार हेक्टेयर का लक्ष्य रखा है. इसकी आठनेर सहित अन्य क्षेत्रों के किसान सबसे ज्यादा बोवनी करते है. मंूग फसल की बोवनी पर नजर डाली जाए तो घोडाडोंगरी, शाहपुर क्षेत्र में सबसे ज्यादा मंूग की फसल गर्मी में बोई जाती है. इस बार भी लक्ष्य के मुताबिक ही ग्रीष्मकालीन फसल की बोवनी होने की संभावना बनी हुई है. कृषि विभाग के अधिकारियों के मुताबिक विभाग की तरफ से यह भी सुनिश्चित किया जाता है कि लक्ष्य के मुताबिक कितने हेक्टेयर में फसल की बोवनी हुई है और उत्पादन कितना हो सकता है. किसानों को कृषि वैज्ञानिकों द्वारा ग्रीष्म कालीन फसल के दौरान रखने वाली सावधानी के भी बारे में जानकारी दी जा रही है, ताकि फसल की अच्छी पैदावार हो.
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